हमास के आतंकियों ने गाजा पट्टी से महज 400 मीटर दूर स्थित किबुत्ज़ कफ़र अज़ा में मौत का नंगा-नाच किया है। यहाँ हर तरफ मौत ही मौत है। 100 से अधिक शव बरामद किए जा चुके हैं।
हमास के आतंकवादियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल में घुसकर नरसंहार किया है। 40 से ज्यादा बच्चों समेत दर्जनों लोगों को एक गाँव में ही मार डाला है। चार दिन बाद भी मारे गए लोगों के घरों के दरवाजे खुले हैं, हर तरफ पूरे गाँव में लाशें बिखरी पड़ी हैं। ये भयावह खबरें तब सामने आई, जब इजरायली सेना ने फिर से उस गाँव का कंट्रोल अपने हाथ में लिया और हमास के आतंकियों को अपने देश से खदेड़ा, या फिर उसी गाँव में उन्हें मार डाला।
इस गाँव में जहाँ-तहाँ हमाज के आतंकियों की लाशें भी अब बिखरी पड़ी दिखाई दे रही हैं। यहाँ एक ऐसी महिला का शव मिला है, जिसका बच्चा गोलियों की बौछार की वजह से पेट से निकल गया और वो अभी भी गर्भनाल से जुड़ा हुआ है। दोनों की जानें जा चुकी हैं।
पूरे गाँव में नरसंहार, 40 से ज्यादा बच्चों का कल्तेआम
हमास के आतंकवादियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल में घुसकर नरसंहार किया है। 40 से ज्यादा बच्चों समेत दर्जनों लोगों को एक गाँव में ही मार डाला है। चार दिन बाद भी मारे गए लोगों के घरों के दरवाजे खुले हैं, हर तरफ पूरे गाँव में लाशें बिखरी पड़ी हैं। ये भयावह खबरें तब सामने आई, जब इजरायली सेना ने फिर से उस गाँव का कंट्रोल अपने हाथ में लिया और हमास के आतंकियों को अपने देश से खदेड़ा, या फिर उसी गाँव में उन्हें मार डाला।
इस गाँव में जहाँ-तहाँ हमाज के आतंकियों की लाशें भी अब बिखरी पड़ी दिखाई दे रही हैं। यहाँ एक ऐसी महिला का शव मिला है, जिसका बच्चा गोलियों की बौछार की वजह से पेट से निकल गया और वो अभी भी गर्भनाल से जुड़ा हुआ है। दोनों की जानें जा चुकी हैं।
पूरे गाँव में नरसंहार, 40 से ज्यादा बच्चों का कल्तेआम
हमास के हमले में अब तक 900 से ज्यादा लोगों की मौत
इस पूरे गाँव में खड़ी कारों को जलाया जा चुका है। ये तो विनाश का महज एक छोड़ा सा हिस्सा है। अभी तक सभी शव निकाले नहीं जा सके हैं। मृतकों का आंकड़ा कहीं ज्यादा बढ़ सकता है, क्योंकि और शव अभी घरों से निकाले जा रहे हैं। आधिकारिक आँकड़ों के मुताबिक, हमास के हमले में अब तक 900 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
येरुशलम पोस्ट के संपादक एवी मेयर ने भयावह जानकारी दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “दक्षिणी इज़राइल की कहानियाँ प्रति घंटे बदतर होती जा रही हैं। एक महिला की हत्या कर दी गई और उसके बगल में एक भ्रूण था, जो अभी भी गर्भनाल से जुड़ा हुआ था। एक बुजुर्ग महिला खून से लथपथ मिली, उसके शरीर पर गोलियों के निशान थे। पूरे परिवार अपने घरों में जलकर मरे हुए पाए गए।”
https://x.com/AviMayer/status/1711727054972928174?s=20
यह युद्ध नहीं, नरसंहार है
हमास के आतंकवादियों के इस हमले के चार दिन बाद आईडीएफ मेजर जनरल इताई वेरुव भी उस जगह पहुँचे। उन्होंने हमास की ज्यादतियों पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि घरों में घुसकर हमले किए गए हैं। पूरे के पूरे परिवार खत्म कर दिए गए हैं। कफ़र अज़ा में ये युद्ध नहीं है, बल्कि ये नरसंहार है।