पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो शरीर पर कई जगहों पर चाकू से वार के निशान हैं। पुलिस ने यह भी कहा कि अपराध स्थल के आसपास चाकू, एसिड, इस्तेमाल किए गए कंडोम और जले हुए कपड़े बिखरे हुए थे।
पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले तेजी से बढ़े हैं। बामुश्किल 20 दिन पहले 24 परगना में एक बांग्लादेशी महिला की हत्या कर दी गई थी और पहचान छिपाने के लिए उसके चेहरे को जला दिया गया था। ठीक वैसा ही मामला मालदा जिले में सामने आया है, जहाँ धान के खेत में एक अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ। महिला के शव पर कई निशान मिले हैं और उसकी पहचान छिपाने के लिए उसका चेहरा जला दिया गया है।
गैंगरेप की आशंका, चेहरे के तेजाब से जलाया
स्थानीय लोगों का कहना है कि महिला के कपड़े फटे हैं, ऐसे में उसके साथ गैंगरेप की आशंका भी जताई जा रही है। ये वारदात हरिश्चंद्रपुर ब्लॉक नंबर 1 के कुशीदा ग्राम पंचायत के चोचपारा बंधबन इलाके की है। स्थानीय लोगों की मानें तो महिला का चेहरा तेजाब से जलाया गया है, और शायद उसका शव कहीं से लाकर यहाँ फेंका गया है। महिला के शव के पास से एसिड की बोतलें, चाकू और अन्य सामान भी बरामद किया गया है।
वहीं, पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो शरीर पर कई जगहों पर चाकू से वार के निशान हैं। पुलिस ने यह भी कहा कि अपराध स्थल के आसपास चाकू, एसिड, इस्तेमाल किए गए कंडोम और जले हुए कपड़े बिखरे हुए थे। हरिश्चंद्रपुर थाने के प्रबारी देवदूत गजनिरे ने कहा कि यह कहना संभव नहीं है कि महिला के साथ दुष्कर्म हुआ है या नहीं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
मालदा के पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार यादव ने बताया है कि महिला की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना की जाँच शुरू हो गई है।
24 परगना में हुआ था ऐसा ही कांड
बता दें कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में 26 सितंबर 2023 को एक महिला का शव मिला था। ये शव स्वर्णपुर के गोबिंदपुर इलाके के फील्ड में पड़ा मिला था। महिला की गर्दन को चाकू से कर मौत के घाट उतारा गया था। अपराधियों ने उसकी पहचान को छिपाने के लिए चेहरे को भी जला दिया था।
इस मामले में पुलिस ने उसने प्रेमी नासेर मिल्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उस महिला का नाम सोमैया अख्तर था और वो बांग्लादेश की रहने वाली थी। महिला के शव मिलने का वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें उसके दोनों हाथों के घुटने से नीचे से एक लकड़ी के सहारे बाँध कर, चेहरे पर कपड़े डालकर आग लगा दी गई थी।